जर्जर बेलणी पुल की सरकार ने ली सुध, मार्च तक निर्माण प्रारम्भ होने की उम्मीद

 


रुद्रप्रयाग (समीक्षा ब्यूरो)। नगर क्षेत्र बेलणी में छह दशक पूर्व बना मोटर पुल की आखिरकार सरकार ने सुध ले ली है। पुल निर्माण के लिए सर्वे का काम चल रहा है। मार्च तक इसके निर्माण की स्वीकृति केंद्र सरकार से मिलने की उम्मीद है, विभाग शीघ्र इसका स्टीमेंट बनाकर स्वीकृति के लिए केंद्र सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को भेज दी भेजेगा।



रुद्रप्रयाग शहर के बीचोंबीच बेलणी को जोड़ने के लिए साठ के दशक में मोटर पुल का निर्माण किया गया था। वर्तमान में पुल की स्थिति जर्जर है। चारधाम यात्रा के दौरान भी तीर्थयात्री बड़ी संख्या में इस झूलते हुए पुल से गुजरते हैं। पुल काफी संकरा है, जिससे पुल के आसपास अक्सर जाम लग जाता है। प्रशासन के निर्देशों पर लोनिवि एनएच रुद्रप्रयाग ने नगर में अलकनंदा नदी पर डबल लेन का नया पुल बनाने के लिए स्वाॅयल टेस्टिग का कार्य शुरू कर दिया है। एक से दो दिन में टेस्टिग का कार्य पूरा हो जाएगा, इसके बाद डीपीआर तैयार कर केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। विभाग के अनुसार लगभग दस करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण होगा, जिसकी स्वीकृति आने वाले मार्च महीने तक मिलने की उम्मीद है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को जोड़ने वाले इस मोटर पुल की हालत जर्जर बनी हुई है। मोटरपुल पर भारी वाहनों के गुजरने से यह पुल झूलने लगता है। वर्ष 2013 में आपदा के समय भी इस पुल को काफी नुकसान पहुंचा था। पुल को लगभग छह दशक का समय बीतने को है, लेकिन अभी तक पुल पर पुनर्निर्माण कार्य नहीं हो सका है। जिससे इस पुल में हर समय दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती हैं। प्रतिदिन इस पुल से सैड़कों वाहन आवाजाही करते हैं।
पूर्व सभासद चंद्रमोहन गुसाई के अनुसार स्थानीय लोग काफी समय से नये पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। उम्मीद है कि अब शीघ्र पुल का निर्माण हो जाएगा। नेशनल हाइवे गौरीकुंड के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि पुल की स्वाइल टेस्टिग का कार्य दो-तीन दिनों में पूरा हो जाएगा। डीपीआर को मार्च महीने तक स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया अपनाते हुए पुल का निर्माण शुरू किया जाएगा। ईई ने बताया कि पुल बनने में करीब दस करोड़ खर्च होंगे।