देहरादून (समीक्षा संवाददाता)। अटल आयुष्मान योजना प्रदेशवासियों के लिए वरदान साबित हुई है। यह बात आज यहां मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में, देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर पिछले वर्ष प्रारम्भ की गई, अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की प्रथम वर्षगांठ समारोह में प्रतिभाग करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भारत रत्न स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किये। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत सराहनीय कार्य करने वाले सरकारी एवं निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में एम्स ऋषिकेश, दून मेडिकल कॉलेज, सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कॉलेज, स्वामीराम हिमालयन अस्पताल, महन्त इन्दिरेश अस्पताल, मेट्रो हॉस्पिटल एवं हार्ट इंस्टीट्यूट हरिद्वार, उजाला हैल्थ केयर ऊधमसिंह नगर के प्रतिनिधि शामिल थे। इस योजना के तहत अच्छा कार्य करने वाले आरोग्य मित्रों एवं विभिन्न आशा कोर्डिनेटर को भी सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना 'आयुष्मान भारत योजना' से 10 करोड़ बी.पी.एल परिवार लाभान्वित हुए हैं। इससे प्रेरित होकर 25 दिसम्बर 2018 को प्रदेश में 'अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना' का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने कहा कि इस योजना से राज्य के सभी परिवारों को आच्छादित किया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश में 01 करोड़ 10 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के चेयरमेन डी.के कोटिया ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जहां प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष 05 लाख रूपये तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलबध कराई जा रही है। अटल आयुष्मान योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में पर्वतीय क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हुई है। अभी तक इस योजना के तहत 34 लाख 70 हजार गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं। श्री कोटिया ने कहा कि सबसे अधिक गोल्डन कार्ड बनाने में उत्तराखण्ड का केरल के बाद दूसरा स्थान है। इस योजना के तहत 175 अस्पताल सूचीबद्ध किये गये हैं। योजना के तहत उपचार करा रहे लाभार्थियों पर हुए खर्च का भुगतान एक सप्ताह के अन्दर किया जा रहा है। अगले छः माह में शत प्रतिशत गोल्डन कार्ड बन जायेंगे।
सचिव स्वास्थ्य नितेश झा ने कहा कि उत्तराखण्ड में 'अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना' से 14.50 लाख परिवार आच्छादित हैं। यह योजना 12 हजार से अधिक लाभार्थियों के लिए जीवन दायनी साबित हुई है। प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। हरिद्वार में 100 बैड के अस्पताल के लिए स्वीकृति मिली है।
इस अवसर पर विधायक मसूरी गणेश जोशी, विधायक धर्मपुर विनोद चमोली, मेयर सुनील उनियाल गामा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अध्यक्ष ज्ञान सिंह नेगी, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती आदि उपस्थित थे।
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